healthy eating हिंदी में 

हेलो दोस्तों नमस्कार आज हम जानेगे की healthy eating का मतलब है। "पौष्टिक भोजन"जी है हम इसी टॉपिक पर चर्चा करने बाले है। आप हमारी पोस्ट को पूरा पढिये ताकि आपको अपने जीवन में लाभ मिले। 

जैसे की दोस्तों आप जानते है की आहार या भजन प्राकृतिक या अप्राक्रतिक रूप से प्राप्त भोज्य खाद्य पदार्थ होता है। जैसे प्रकृति द्वारा प्राप्त अनाज दाल , चावल, गेहूं, सब्जी, फल, दूध शर्करा, तेल ये सब प्राकृतिक अनाज है, जो हमें प्रकृति द्वारा प्राप्त होते हैं। जो हमारे लिए अत्यधिक आवश्यक है, इन आहार से हमें पोषण मिलता है, जो कि हमारे शरीर के लिए आवश्यक है।आहार ठोस या तरल पदार्थ होते हैं, जो हम मानव के लिए जिंदा रहने के लिए और संवेगात्मक दृष्टि के लिए आवश्यक है यह आहार से मनुष्य की शारीरिक मानसिक संवेगात्मक सामाजिक क्षमता के संतुलन के लिए आहार अति आवश्यक पदार्थ है।
healthy eating हिंदी में

 eating हर व्यक्ति की जरूरत है। जिससे हमें ऊर्जा मिलती है। ऊर्जा के लिए  eating का संतुलित होना जरूरी है। संतुलित आहार का अर्थ है ऐसा भोजन जिसमें प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाईड्रेट, फैट और फाईबर उचित मात्रा में मौजुद हो। संतुलित आहार हमें स्वस्थ रहने के लिए अत्यंत आवश्यक है। संतुलित आहार के अंदर चावल, रोटी, दाल, हरी सब्जियाँ, दुध और दही इत्यादि आते हैं। हम सबको रोज स्वस्थ भोजन का सेवन करना चाहिए। स्वस्थ भोजन हमें एक खुशहाल जीवन देता हैं। 

आधुनिक समय में व्यक्ति संतुलित आहार का महत्व को भूलता जा रहा है और स्वस्थ भोजन से दुर जाता जा रहा है जिस कारण बच्चों में मधुमेह और मोटापे का खतरा बढ़ता जा रहा है। हम लोग स्वादिष्ट भोजन की तरफ आकर्षित होते जा रहे हैं और भोजन की गुणवत्ता पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। जंक फूड भले ही स्वादिष्ट होते हैं पर वह बिल्कुल भी पौष्टिक नहीं होते हैं बल्कि हमारे स्वास्थय के लिए हानिकारक ही होते हैं। ज्यादा तले और बंद भोजन के कारण बहुत सी बिमारियाँ बढ़ती हैं।


आहार से जटिल प्रक्रियाओं द्वारा एक सजीव प्राणी अपने शरीर के कार्यों वृद्धि तथा तत्व के पुनर्निर्माण एवं भरण पोषण के लिए आवश्यक पदार्थों का ग्रहण तथा उपयोग करता है उसे उसे पोषण कहते हैं जो कि आहार के संतुलित होने पर प्राप्त होता है।स्वस्थ आहार वह होता है जो कि स्वास्थ्य को स्वस्थ बनाए रखने के लिए आवश्यक होता है। 

कई चिरकालिक बीमारी जो कि स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती है। जैसे मोटापा हृदय रोग मधुमेह और कैंसर की रोकथाम के लिए स्वस्थ आहार अति महत्वपूर्ण है एक स्वस्थ आहार में समुचित मात्रा में सभी पोषक तत्व और पानी का सेवन शामिल होता है। पोषक तत्व कई खाद्य पर्दार्थो से प्राप्त किए जा सकते हैं, जिसमे सभी पोषक तत्व विद्यमान वह पोषक आहार ,स्वस्थ आहार माना जाता है। स्वस्थ आहार हमारे शरीर के लिए बहुत लाभदायक होते हैं।

बच्चों को हरी सब्जियाँ रंग बिरंगे तरीके से अलग अलग व्यंजन बनाकर खिलानी चाहिए जो कि देखने में आकर्षक लगे और बच्चे उनकी तरफ आकर्षित हो जाए। बच्चों के साथ साथ बढ़ो को भी संतुलित आहार ही लेना चाहिए। संतुलित आहार हमें शक्तिशाली बनाता है और रोगों के लड़ने की क्षमता प्रदान करता है। हमें अपने तीनों समय का भोजन ऐसा रखना चाहिए कि उनमें पौष्टिक भोजन अवश्य रहें। हम कभी कभी बाहर का खा सकते हैं लेकिन हमें रोज स्वस्थ भोजन ही करना होगा। हमें पैकेट के भोजन का बहिष्कार करना चाहिए और ताजा भोजन ही खाना चाहिए।

healthy eating ही स्वस्थ जीवन का आधार है। कभी-कभी जंक भोजन का सेवन केवल मुँह के स्वाद को तृप्त करता है इसलिए अच्छा, आहार हमारे तन और मन को भगवन समान बना देता है अर्थात सही आहार हमारे मन को और तन को संतुष्ट और सही और संतुलित रुप से हष्ट-पुष्ट, रखता है जिसके कारण अच्छे तन में अच्छा मन निवास करता है।

इस प्रकार सही आहार से विचारों में निर्मलता आती है जिसकी वजह से हमारे घर परिवार में शांति स्थापित होती है, और इसी शांति की वजह से हमारा देश समाज सर्दंड बनेगा इसलिए हमें तामसिक राजसिक भोजन छोड़कर सात्विक आहार का ही सेवन करना चाहिए सात्विक आहार हमको आयु, बल, आरोग्य और सुख प्रदान करता है। 

आयुर्वेदिक ग्रंथों में भी सात्विक भोजन को ही महत्व देता है। हमारे देश के ऋषि मुनि भी सात्विक आहार का ही प्रयोग करते थे। जिससे उनकी आयु काफी लंबी रहती थी, साथ ही वह बहुत ही बलशाली रहते थे, शांत रहते थे, इसलिए अच्छा आहार हमे शरीर और मन से स्वस्थ रखता है।

किसी भी बच्चे की जिंदगी के शुरुआती वर्षों में healthy eating का खास महत्व है। इन्हीं वर्षों में उसके स्वस्थ जीवन की नींव रखी जाती है। जरा सी लापरवाही बच्चे के लिए भारी पड़ सकती है। कुपोषण अपने साथ एक नहीं कई बीमारियाँ लेकर आता है। 

जरूरत है केवल समय पर पौष्टिक आहार कराने की।बच्चे के दाँत, हड्डियाँ मजबूत तथा सुदृढ़ मांसपेशियाँ तभी बन सकती हैं जब उसे नियमित और healthy eating मिलता रहे। केवल विटामिन की गोलियाँ या टॉनिक पिलाने से किसी भी बच्चे को स्वस्थ नहीं रखा जा सकता। समय पर दी गई अच्छी खुराक उसके अच्छे स्वास्थ्य का भविष्य निर्धारित करती है। बच्चे का आहार तय करते समय बहुत सावधानी की जरूरत होती है।

दोस्तों आपने हमारी पोस्ट healthy eating को पड़ा कैसी लगी जरूर बताये। ज़ातो के साथ साझा जरूर करे।