जामुन मेथी दाना और केले से करें सभाल
जामुन से रखें थोड़ी दूरी, मेथी दाना ना खड़ी कर दे समस्या, करेले का इस्तेमाल करें संभल, डायबिटीज, हाई ब्लडप्रेशर और पेट सम्बंधी समस्याओं के लिए सबसे फायदेमंद मेथी दाना होता है।
गर्म मसालों और आयुर्वेदिक औषधि में दालचीनी का इस्तेमाल कई समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है, लेकिन दालचीनी में लगभग 5 प्रतिशत कामरिन पाया जाता है। यह कामरिन लिवर को नुकसान पहुंचाता है। इसलिए इसे इस्तेमाल करने से पहले आपको इसकी सही मात्रा की जानकारी होनी ही चाहिए, ताकि आप इसके दुष्प्रभाव से बचे रहें।
- जामुन से रखें थोड़ी दूरी
ज्यादातर लोग डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए जामुन का सेवन करते हैं। आयुर्वेद के नजरिये से जामुन को सेहत के लिए सबसे बड़ा वरदान माना जाता है। लेकिन यह बात बहुत ही कम लोग जानते हैं कि इसके ज़्यादा सेवन से व्यक्ति का पाचन-तंत्र कमजोर हो जाता है।
- मेथी दाना ना खड़ी कर दे समस्या
डायबिटीज, हाई ब्लडप्रेशर और पेट सम्बंधी समस्याओं के लिए सबसे फायदेमंद मेथी दाना होता है। आयुर्वेदिक औषधियों में से एक मेथी दाने के इस्तेमाल की सलाह खुद आयुर्वेदाचार्य भी देते हैं, लेकिन मेथी का स्वभाव काफी गर्म होता है। इसकी ज़्यादा मात्रा से पित्त, गैस, दस्त और खून पतला होने का जोखिम बना रहता है।
- करेले का इस्तेमाल करें संभल कर
करेले को आयुर्वेदिक नजरिये से शरीर के लिए बहुत अच्छा माना जाता है, लेकिन यह आपके पाचन-तंत्र को पूरी तरह खराब करने में भी सक्षम होता है। इसके बीजों में एक ऐसा तत्व पाया जाता है, जो आंतों तक प्रोटीन के संचार को रोक सकता है। इसके रस में मौजूद मोमोकैरीन नाम का तत्व पीरियड्स के फ्लो को बढ़ा देता है।
अगर आप किसी छोटी या बड़ी बीमारी से पीड़ित हैं और आयुर्वेदिक उपचार को सबसे पहले वरीयता देना चाहते हैं, तो विशेषज्ञ की सलाह के बगैर दवाओं का सेवन भूलकर भी ना करें। आम लोगों की सलाह से ज़्यादा सफल सलाह किसी योग्य आयुर्वेदाचार्य की ही हो सकती है।
इसलिए इसका लाभ उठाएँ और सही दवा खाएँ। अगर आप खुद बिना किसी की सलाह के आयुर्वेदिक दवाएँ लेते हैं, तो आपको खास सावधानी बरतने की ज़रूरत है। जब ये दवाएँ आपको लाभ देना बंद कर देती हैं, तो इसका मतलब यही होता है कि या तो आप इसे लेने का सही समय नहीं जानते या फिर इन दवाओं की मात्रा में अधिकता या कमी हो रही है।
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